अगर आप भी कम ब्याज दरों पर और बिना किसी गारंटी के सरकारी लोन स्कीम की तलाश कर रहे है तो आपके लिए है एक बहुत ही अच्छी खबर।
आज हम आपको बताएंगे के आप किस तरह से मात्र 5% की ब्याज दर पर ₹3 लाख तक का लोन सरकारी योजना के माध्यम से पा सकते हैं? वो भी बिना किसी गारंटी के! जी हाँ, आपने सही पढ़ा, नरेंद्र मोदी सरकार एक ऐसी ही योजना चला रही है जिसके तहत ये लोन आसानी से प्राप्त किया जा सकता है और आसान किस्तों में चुकाया जा सकता है। इस लोन योजना के तहत सरकार 30 लाख परिवारों को लोन की सुविधा उपलब्ध करवा रही है।
ये मौका खासकर उन लोगों के लिए है, जो पारंपरिक व्यवसायों से जुड़े हुए हैं, जैसे बढ़ई, सुनार, लोहार, कुम्हार, राजमिस्त्री, दर्जी, खिलौने बनाने वाले आदि। मोदी सरकार इस तरह के 18 व्यवसायों से जुड़े शिल्पकारों और कारीगरों को जिनके पास अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए के लिए पर्याप्त सुविधाएँ या साधन नहीं है के लिए ये योजना लेकर आई है। इस योजना का नाम है “प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना“।
आइए, जानते हैं इस योजना की आवेदन प्रक्रिया, पात्रता और फ़ायदों के बारे में।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना: पारंपरिक शिल्पकारों के लिए वरदान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार द्वारा शुरू 17 सितंबर 2023 को शुरू की गई प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य देश के पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करना है। इस योजना के तहत सरकार द्वारा 3 लाख रुपये तक का लोन प्रदान किया जा रहा है, जो दो चरणों में मिलता है। इस योजना का संचालन भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के द्वारा किया जा रहा है।
पहले चरण में 1 लाख रुपये और दूसरे चरण में 2 लाख रुपये का लोन। इस लोन पर ब्याज दर केवल 5% वार्षिक है और यह बिना किसी गारंटी के दिया जा रहा है। इसका मतलब है कि सरकार स्वयं बैंकों को इस लोन की गारंटी दे रही है, जिससे कारीगरों के लिए यह लोन पाना और इसको आसान किस्तों में चुकाना बेहद आसान हो गया है।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा लोन स्कीम क्या है?
लोन स्कीम विश्वकर्मा योजना का ही एक हिस्सा है जिसके तहत सरकार 2 चरणों में 3 लाख रुपये तक का लोन दे रही है। पहले चरण में 1 लाख और दूसरे चरण में 2 लाख रुपये का लोन दे रही है। लेकिन ध्यान रहे कि ये लोन लाभार्थी को अपने व्यवसाय में निवेश के लिए ही दिया जा रहा है।
ये लोन amount पात्र विश्वकर्मा योजना लाभार्थी को बैंकों के माध्यम से दिया जा रहा है जिसे 18 और 30 महीनों की आसान किस्तों में चुकाया जा सकता है। पहले चरण का लोन पूरा भरने के बाद ही लाभार्थी दूसरे चरण के लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं।
कितने लोन पर कितनी किस्त देनी है, कितना कुल ब्याज देना है इसकी जानकारी आप हमारे विश्वकर्मा योजना लोन Calculator से आसानी से कर सकते हैं।
विश्वकर्मा लोन योजना के प्रमुख लाभ और सुविधाएँ
- लोन की राशि: 3 लाख रुपये तक (पहला चरण: 1 लाख, दूसरा चरण: 2 लाख)
- ब्याज दर: केवल 5% वार्षिक
- गारंटी मुक्त: इस लोन के लिए किसी प्रकार की गारंटी की आवश्यकता नहीं है।
- सरकारी गारंटी: बैंकों को 100% सुरक्षा प्रदान की गई है जिससे लोन स्वीकृति में कोई बाधा नहीं होगी।
- योजना की अंतिम तिथि: 31 मार्च 2028 तक आवेदन कर सकते हैं।
- डिजिटल लेन-देन प्रोत्साहन: डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए हर लेन-देन पर ₹1 की प्रोत्साहन राशि (100 ट्रांजैक्शन तक प्रतिमाह) दी जाएगी।
सरकार ने इस योजना के अंतर्गत क्रेडिट गारंटी फंड ट्रस्ट (CGTMSE) के तहत विभिन्न स्तरों पर लोन पर गारंटी कवर प्रदान किया है। इससे बैंकों को बिना गारंटी के लोन देने में कोई जोखिम नहीं रहेगा और कारीगरों को आसानी से लोन प्राप्त होगा।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत बिना गारंटी के लोन के लिए कैसे अप्लाइ करें
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत लोन लेने के लिए सबसे पहले आपको यह चेक करना होगा के आप योजना के लिए पात्र भी हैं या नहीं। योजना के तहत शामिल 18 तरह के शिल्पकारों अथवा कारीगरों को ही ये लोन सुविधा मिल सकती है जिसकी लिस्ट और योजना के लिए सम्पूर्ण पात्रता आप इस लिंक पर देख सकते हैं।
Vishwakarma Yojana 18 Trades & Eligibility
Loan के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया?
चरण 1: पंजीकरण करें
इस योजना में आवेदन करने के लिए सबसे पहले कारीगरों को प्रधानमंत्री विश्वकर्मा पोर्टल (pmvishwakarma.gov.in) पर पंजीकरण कराना होगा। यह प्रक्रिया कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) के माध्यम से की जा सकती है। पंजीकरण के दौरान आधार वेरीफिकेशन अनिवार्य है। इसके बाद कारीगरों को एक विश्वकर्मा प्रमाणपत्र और आईडी कार्ड जारी किया जाएगा।
चरण 2: स्किल अपग्रेडेशन प्रशिक्षण
पंजीकरण के बाद कारीगरों का कौशल मूल्यांकन किया जाता है और योजना के तहत 40 घंटे की basic training दी जाती है है, जिसके बाद ₹15,000 का टूलकिट e-Voucher अपने व्यवसाय से जुड़े नए उपकरण खरीदने के लिए दिया जाता है। सफल training के बाद ही दूसरे चरण के लोन के लिए आवेदन किया जा सकता है।
चरण 3: लोन पात्रता और आवेदन प्रक्रिया
Basic training पूरा करने के बाद कारीगरों को पहले चरण का ₹1,00,000 तक का लोन प्राप्त होता है। दूसरे चरण के ₹2,00,000 का लोन पाने के लिए पहले लोन को पूरा भरना और डिजिटल लेनदेन या Advanced Training को पूरा करना आवश्यक है। इसके बाद कारीगर PM Vishwakarma Portal से ऑनलाइन लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं।
चरण 4: लोन की अदायगी और प्रोत्साहन
प्रथम चरण के लोन को अधिकतम 18 महीनों में चुकाना होता है, जबकि दूसरे चरण के लोन की अदायगी 30 महीनों में की जा सकती है। डिजिटल लेनदेन करने वाले कारीगरों को प्रति ट्रांजैक्शन ₹1 का प्रोत्साहन भी मिलता है।
योजना के लिए सम्पूर्ण आवेदन प्रक्रिया यहाँ देखें: विश्वकर्मा योजना ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
कौन कर सकता है आवेदन? – पात्रता की शर्तें
- पारंपरिक कारीगर: बढ़ई, सुनार, लोहार, कुम्हार, राजमिस्त्री जैसे 18 पारंपरिक व्यवसायों से जुड़े लोग।
- आयु सीमा: कम से कम 18 वर्ष।
- पिछले लोन: पिछले 5 वर्षों में स्व-रोजगार/व्यवसाय विकास के लिए केंद्र सरकार या राज्य सरकार की समान क्रेडिट आधारित योजनाओं, जैसे कि PMEGP, पीएम स्वनिधि, MUDRA योजना के तहत कोई लोन नहीं लिया होना चाहिए। हालांकि, वे लाभार्थी जिन्होंने मुद्रा और स्वनिधि का लोन पूरी तरह चुका दिया है, वे पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत पात्र होंगे। यह 5 वर्षों की अवधि लोन स्वीकृति की तारीख से गिनी जाएगी।
- परिवार का एक सदस्य: एक परिवार से केवल एक व्यक्ति ही इस योजना का लाभ उठा सकता है।
विश्वकर्मा लोन के लिए क्या documents चाहिए?
पीएम विश्वकर्मा लोन योजना के तहत आवेदन के लिए लाभार्थियों को आधार कार्ड, मोबाइल नंबर, बैंक खाते की जानकारी, और राशन कार्ड जैसे प्रमुख दस्तावेज जमा करना अनिवार्य है। इसके साथ ही, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (MoMSME) द्वारा निर्धारित अन्य आवश्यक दस्तावेज या जानकारी भी मांगी जा सकती है।
नीचे कुछ अतिरिक्त दस्तावेजों की सूची दी गई है जो लाभार्थियों से आवश्यक हो सकते हैं:
- जाति प्रमाण पत्र: लाभार्थी के समुदाय की पुष्टि करने के लिए आवश्यक।
- आय प्रमाण पत्र: वार्षिक आय की जानकारी प्रदान करने के लिए।
- निवास प्रमाण पत्र: लाभार्थी के निवास स्थान की पुष्टि के लिए।
- शैक्षिक योग्यता प्रमाण पत्र: लाभार्थी की शिक्षा की जानकारी देने के लिए।
- कौशल प्रमाण पत्र: लाभार्थी के कौशल और अनुभव का प्रमाण।
- व्यवसाय प्रमाण पत्र: लाभार्थी के व्यवसाय से संबंधित प्रमाण।
साथ ही, लाभार्थियों को इस योजना के लाभ प्राप्त करने के लिए सरकार द्वारा निर्धारित सभी पात्रता मानदंडों का पालन करना होगा।
योजना हेल्पलाइन
सरकार ने इस योजना के लाभार्थियों के लिए टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं, जो निम्नलिखित हैं
1800 267 7777 और 17923
इस योजना से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए, आप सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (MoMSME) के चैंपियन डेस्क से भी संपर्क कर सकते हैं। संपर्क विवरण इस प्रकार हैं:
- ईमेल: champions[at]gov[dot]in
- फोन: 011-23061574
राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के अनुसार विश्वकर्मा योजना के नोडल अधिकारियों की जानकारी के लिए, आप इस लिंक पर जा सकते हैं: https://pmvishwakarma.gov.in/Home/ContactUs