हिमाचल प्रदेश सरकार ने राज्य के किसानों और पशुपालकों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए एक नई योजना की शुरुआत की है। इस योजना का नाम है हिमाचल गोबर खाद योजना 2025। इस योजना के तहत हिमाचल प्रदेश की सरकार गोबर से बनी खाद को खरीदकर किसानों और पशुपालकों को आय का साधन प्रदान करेगी। आइए विस्तार से जानते हैं इस योजना के लाभ, पात्रता और आवेदन प्रक्रिया के बारे में।
क्या है हिमाचल गोबर खाद योजना 2025?
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा 11 दिसम्बर 2025 को शुरू की गई इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जैविक खाद के उपयोग को बढ़ावा देना है। इस योजना के तहत:
- गोबर को कंपोस्ट में बदलने के बाद सरकार इसे 3 रुपये प्रति किलो की दर से खरीदेगी।
- जैविक खाद 5, 10, 25 और 50 किलो की पैकिंग में उपलब्ध होगी।
- इस खाद को शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में 6 से 12 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बेचा जाएगा।
गोबर खाद योजना के मुख्य उद्देश्य
गोबर खाद योजना 2025 का मुख्य उद्देश्य किसानों और पशुपालकों की आय में वृद्धि करना, ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ाना, और जैविक खेती को बढ़ावा देना है। इस योजना के तहत सरकार गोबर की उचित कीमत देकर इसे खाद में बदलने का प्रोत्साहन देती है।
रसायनिक खाद की जगह जैविक खाद का उपयोग करके शहरी और ग्रामीण इलाकों में किचन गार्डन और खेती के लिए जैविक खाद की आसान उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। साथ ही, जैविक उत्पादों का उपयोग करके मिट्टी की उर्वरता को बनाए रखने और पर्यावरण संरक्षण में भी मदद मिलेगी।
गोबर खाद की पैकेजिंग और वितरण
योजना के तहत तैयार खाद की पैकेजिंग और वितरण का काम एक निजी फर्म को सौंपा गया है। यह फर्म किसानों से गोबर खरीदेगी और उसके बाद खाद की पैकेजिंग और ट्रांसपोर्टेशन का काम करेगी। खाद के सैंपल की जांच कृषि विभाग की प्रयोगशालाओं में करवाना भी इस फर्म की ही जिम्मेदारी होगी।
गोबर खाद योजना के लाभ
- आर्थिक सहायता:
- सरकार गोबर से बनी खाद की खरीद करेगी, जिससे किसानों को अतिरिक्त आय का जरिया मिलेगा।
- खेती के लिए खाद:
- खेतों और बगीचों के लिए जैविक खाद की उपलब्धता आसान होगी।
- स्वच्छता और पर्यावरण सुधार:
- गोबर का सही उपयोग करके गाँवों और शहरों में स्वच्छता बढ़ेगी।
हिमाचल गोबर खाद योजना के लिए पात्रता
गोबर खाद योजना के तहत आवेदन करने के लिए निम्न आवेदक मानदंडों को पूरा करना होगा।
- आवेदक हिमाचल प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- आवेदक किसान या पशुपालक होना चाहिए।
- आवेदक के पास एक valid saving बैंक account होना अनिवार्य है।
आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज
इस योजना के लिए आवेदन करने के लिए निम्न दस्तावेजों की जरूरत पड़ सकती है।
- आधार कार्ड।
- हिमाचल प्रदेश का स्थायी पता प्रमाण।
- बैंक खाते की जानकारी।
- पासपोर्ट साइज फोटो।
- मोबाइल नंबर।
गोबर खाद योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें
योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया को सरल और डिजिटल बनाया जा सकता है। हालांकि इस योजना के लिए अभी किसी प्रकार के ऑनलाइन आवेदन शुरू नहीं किए गए हैं। फिर भी, अगर गोबर खाद योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू किए जाते हैं तो आप नीचे दिए गए चरणों का पालन करके आप आसानी से आवेदन कर सकते हैं
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: सबसे पहले हिमाचल प्रदेश के ऐग्रिकल्चर डिपार्ट्मन्ट की वेबसाईट https://agriculture.hp.gov.in पर जाएँ।
- होम पेज पर योजना का चयन करें: “गोबर खाद योजना” के लिंक पर क्लिक करें।
- रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरें: अगले पेज पर योजना के आवेदन के लिंक पर क्लिक करके आवेदन पत्र में अपना नाम, पता और अन्य विवरण भरें।
- दस्तावेज अपलोड करें: सभी आवश्यक दस्तावेजों को फॉर्म में अपलोड करें।
- फॉर्म सबमिट करें: फॉर्म को सबमिट करने के बाद आपका आवेदन पूरा हो जाएगा। आवेदन के बाद की जानकारी आपको अपने मोबाईल पर SMS या फिर ईमेल के माध्यम से मिल जाएगी।
इस योजना की अभी केवल घोषणा हुई है, सम्पूर्ण जानकारी अभी उपलब्ध नहीं है। जैसे ही कोई नई जानकारी गोबर खाद योजना के बारे मे सरकार द्वारा जारी कि जाती है उसे यहाँ अपडेट कर दिया जाएगा।
गोबर खाद योजना पोर्टल
गोबर खाद योजना के लिए हिमाचल सरकार द्वारा जल्द ही एक ऑनलाइन पोर्टल शुरू किया जा सकता है, जिसमें किसानों का डेटा और गोबर की खरीद की जानकारी उपलब्ध होगी। इस पोर्टल के माध्यम से खाद के एवज में किसानों को सीधे उनके बैंक खाते में भुगतान किया जाएगा।
FAQ’s
गोबर खाद योजना का उद्देश्य क्या है?
इस योजना का उद्देश्य किसानों और पशुपालकों को आर्थिक सहायता प्रदान करना और जैविक खेती को बढ़ावा देना है।
योजना के लिए कौन आवेदन कर सकता है?
हिमाचल प्रदेश के स्थायी निवासी जो किसान या पशुपालक हैं।
आवेदन कैसे करें?
आप https://agriculture.hp.gov.in/ पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
सरकार खाद किस दर पर खरीदेगी?
सरकार खाद को 3 रुपये प्रति किलो के हिसाब से खरीदेगी।
हिमाचल गोबर खाद योजना 2025 राज्य के किसानों और पशुपालकों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह योजना न केवल आर्थिक सशक्तिकरण का माध्यम बनेगी, बल्कि जैविक खेती और पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा देगी। यदि आप इस योजना के लिए पात्र हैं, तो आज ही इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन करें और अपनी आमदनी बढ़ाएं।