राजस्थान गरीबी मुक्त गाँव योजना 2025 शुरू – गावों और बीपीएल परिवारों की लिस्ट ऐसे देखें

Garibi Mukt Gaon Yojana

राजस्थान सरकार ने 2 जुलाई 2025 को पंडित दीन दयाल उपाध्याय गरीबी मुक्त गाँव योजना का शुभारंभ कर दिया है। इस योजना के तहत पहले चरण में 5002 गावों के 30,631 बीपीएल परिवारों को आर्थिक सहायता दी जाएगी। इन गांवों के चयनित बीपीएल परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए राजस्थान सरकार ने 300 करोड़ का प्रावधान किया है। इन चयनित गावों में बीपीएल परिवारों का आर्थिक सशक्तिकरण और उन्हें गरीबी रेखा से ऊपर लाना इस योजना का मुख्य उद्देश्य है।

पंडित दीन दयाल उपाध्याय गरीबी मुक्त गाँव योजना का शुभारंभ
Rajasthan Garibi Mukt Gaon Yojana Launched

राजस्थान गरीबी मुक्त गाँव योजना क्या है?

गरीबी मुक्त गाँव योजना के तहत प्रत्येक गाँव में चयनित बीपीएल परिवारों का फिजिकल सर्वे किया गया है, जिसमें बीपीएल जनगणना 2002 के आंकड़ों से मिलान किया गया। इस योजना के सर्वे के दौरान अब तक 61,442 परिवारों के आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। प्रत्येक गाँव के लिए अलग-अलग “गरीबी मुक्त गाँव कार्य-योजना” तैयार की जा रही है, जिसमें सरकार की अन्य योजनाओं का भी समन्वय किया गया है।

गरीबी मुक्त गाँव योजना – पहला चरण

  • 5,002 गाँवों का चयन: इस योजना के पहले चरण में राज्य के 5,002 गाँवों को शामिल किया गया है, जिनमें 30,631 बीपीएल परिवार चिन्हित किए गए हैं।
  • 300 करोड़ की राशि: बीपीएल ग्रामीण परिवारों को सशक्त बनाने के लिए 300 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है।
  • DBT द्वारा प्रोत्साहन राशि: जो परिवार अपने प्रयासों से गरीबी रेखा से ऊपर आए हैं, उन्हें सम्मान स्वरूप 21,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि सीधा बैंक खाते में दी जाएगी।
  • “आत्मनिर्भर परिवार कार्ड”: ऐसे परिवारों को सरकारी पहचान के लिए विशेष कार्ड भी मिलेगा।
  • आर्थिक सहयोग: बीपीएल परिवारों को स्वरोजगार और आजीविका गतिविधियों के लिए अधिकतम 1 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी।
  • महिलाओं के लिए विशेष सहायता: स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को 15,000 रुपये तक की वर्किंग कैपिटल इस योजना के पहले चरण के तहत दी जाएगी।

उत्कृष्ट जिलों को मिलेगा इनाम

योजना के क्रियान्वयन में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले जिलों को त्रैमासिक रैंकिंग के आधार पर पुरस्कृत किया जाएगा। प्रथम स्थान पर आने वाले जिले को ₹50 लाख रुपये और द्वितीय स्थान पर आने वाले को ₹35 लाख और तृतीय स्थान पर आने वाले जिले को ₹25 लाख रुपये पुरुस्कार के रूप में दिए जाएंगे।

योजना के दूसरे चरण की स्थिति

गरीबी मुक्त गाँव योजना के दूसरे चरण में भी 5,002 गाँवों का चयन किया गया है। इन गाँवों में अब तक 22,872 बीपीएल परिवारों का सर्वेक्षण किया जा चुका है और योग्य परिवारों को चिन्हित कर उन्हें सरकारी योजनाओं से जोड़ने की प्रक्रिया जारी है।

गरीबी मुक्त गाँव योजना के लिए आवेदन कैसे करें? – How to Apply

पंडित दीनदयाल उपाध्याय गरीबी मुक्त गाँव योजना का लाभ पाने के लिए पात्र बीपीएल परिवारों को किसी प्रकार का आवेदन नहीं करना है। सरकार द्वारा चयनित गाँवों में सर्वे टीम द्वारा घर-घर जाकर बीपीएल परिवारों की पहचान की जाती है। इस सर्वे के दौरान आपकी पूरी जानकारी, बैंक खाता, आय का स्रोत और आवश्यक दस्तावेज़ लिए जाते हैं।

सर्वे में योग्य पाए गए परिवारों की लिस्ट को ऑनलाइन पोर्टल पर दर्ज किया जाता है। इसके बाद पात्र परिवारों को उनके बैंक खाते में सीधा लाभ (DBT के माध्यम से) भेजा जाता है।

यदि चयनित गाँव में रहते हुए भी आपका नाम लिस्ट में नहीं आया है, तो आप अपने ग्राम पंचायत/ब्लॉक कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं। स्थानीय प्रशासन के माध्यम से पुन: सर्वे या शिकायत दर्ज कराई जा सकती है।

सर्वे के लिए जरूरी दस्तावेज

  • आधार कार्ड
  • बैंक खाता विवरण
  • बीपीएल प्रमाण पत्र (यदि हो)
  • ग्राम पंचायत/वार्ड नंबर

स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं संबंधित समूह के माध्यम से इस योजना का लाभ पाने के लिए आवेदन/प्रस्ताव भेज सकती हैं।

गरीबी मुक्त गाँव योजना के तहत शामिल गाँव एवं बीपीएल सूची (Villages & BPL List)

इस योजना के तहत चयनित गाँव और बीपीएल परिवारों की सूची पूरी तरह पारदर्शी तरीके से बनाई गई है।

  1. गाँव एवं बीपीएल परिवारों की सूची संबंधित ग्राम पंचायत कार्यालय, ब्लॉक कार्यालय और सरकारी पोर्टल पर उपलब्ध कराई जाती है।
  2. प्रत्येक चयनित गाँव की “गरीबी मुक्त गाँव कार्य-योजना” तैयार कर वेबसाइट या नोटिस बोर्ड पर लगाई जाती है।
  3. बीपीएल परिवारों की पात्रता लिस्ट पंचायत स्तर पर सार्वजनिक की जाती है, ताकि कोई भी लाभार्थी अपनी जानकारी देख सके।
  4. नाम न होने पर ग्राम पंचायत या विकास अधिकारी से संपर्क किया जा सकता है।

ऑनलाइन लिस्ट कैसे देखें

इस योजना का सर्वे, लाभार्थी चयन, प्रोत्साहन राशि का वितरण और आत्मनिर्भर परिवार कार्ड का प्रावधान भी ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग द्वारा किया जा रहा है। इस विभाग की आधिकारिक वेबसाईट पर भी योजना के तहत शामिल गावों और बीपीएल परिवारों की लिस्ट चेक कर सकते हैं।

  • सबसे पहले ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग की आधिकारिक वेबसाईट पर जाएँ।
  • होमपेज पर योजना ऑप्शन के अंदर “गरीबी मुक्त गाँव योजना” के लिंक पर जाएँ।
  • योजना के पेज पर “Village-wise बीपीएल लिस्ट” के लिंक पर क्लिक करें।
  • फिर अपने जिले और ब्लॉक का चयन करके गावों की लिस्ट देखें।
  • बीपीएल लिस्ट देखने के लिए गाँव के नाम पर क्लिक करें।

राजस्थान राशन कार्ड बीपीएल लिस्ट में शामिल ज्यादातर परिवारों को इस योजना के तहत शामिल किया जा सकता है।

पंडित दीन दयाल उपाध्याय गरीबी मुक्त गाँव योजना केवल आर्थिक सहायता तक सीमित नहीं है, बल्कि सामाजिक सुरक्षा, समावेशन और ग्रामीण विकास का एक समग्र मॉडल है। सरकार का लक्ष्य है कि कोई भी ग्रामीण परिवार गरीबी में न रहे और सभी आत्मनिर्भर बन सकें।

FAQs

पंडित दीनदयाल उपाध्याय गरीबी मुक्त गाँव योजना क्या है?

यह योजना राजस्थान सरकार की ग्रामीण बीपीएल परिवारों के लिए शुरू की गई एक प्रमुख योजना है, जिसके तहत आर्थिक सहायता, प्रोत्साहन राशि, स्वरोजगार एवं कौशल विकास से उन्हें गरीबी से बाहर लाने का प्रयास किया जा रहा है।

किसे और कितनी सहायता मिलेगी?

गरीबी रेखा से ऊपर आए परिवारों को 21,000 रुपये, बीपीएल परिवारों को स्वरोजगार के लिए 1 लाख रुपये तक, तथा महिला स्वयं सहायता समूहों को 15,000 रुपये तक कार्यशील पूंजी दी जाएगी।

चयन प्रक्रिया क्या है?

गरीबी मुक्त गाँव योजना के तहत चयनित गाँवों के बीपीएल परिवारों का सर्वे कर उनकी स्थिति का आकलन किया जाता है और पात्र परिवारों को सीधे लाभ दिया जाता है।

कार्य-योजना का क्या लाभ है?

प्रत्येक गाँव के लिए गरीबी मुक्त कार्य-योजना बनाई जाती है, ताकि गाँव का समग्र विकास हो सके।

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